![प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से 83 मिनट तक किया देश को संबोधित, जानें खास बातें.](https://thejournalstory.com/wp-content/uploads/2022/08/75-Azadi-Ka-Amrit-Mahotsav.png)
प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से 83 मिनट तक किया देश को संबोधित, जानें खास बातें.
15 August, 75 Years of Independence.
प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से 83 मिनट तक किया देश को संबोधित, जानें खास बातें.
- परिवारवाद, भाई-भतीजाबाद और भ्रष्टाचार का जिक्र किया।
- भाषण के दौरान पीएम मोदी ने देश को दिलाए 5 प्रण।
- महिलाओं का सम्मान विकास का महत्वपूर्ण स्तंभ।
देश आज आजादी की 75वीं वर्षगांठ पूरे धूमधाम के साथ मना रहा है। इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से लगातार 9वीं बार तिरंगा फहराकर राष्ट्र को संबोधित किया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से 83 मिनट तक लोगों को संबोधित करके रिकॉर्ड बनाया। लगभग 83 मिनट का उनका संबोधन लाल किले से 5वां सबसे बड़ा भाषण है।
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परिवारवाद, भाई-भतीजाबाद और भ्रष्टाचार का जिक्र किया
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में भारत के सामने खड़ी दो बड़ी चुनौतियों का जिक्र किया। उन्होंने पहली चुनौती में भ्रष्टाचार और दूसरी चुनौती में भाई-भतीजावाद, परिवारवाद का जिक्र किया। उनका कहना है कि भ्रष्टाचार भारत को दीमक की तरह खोखला कर रहा है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने पिछली सरकारों में देश को लूटा है, उनकी संपत्तियां ज़ब्त करके वापिस लाने की कोशिश कर रहे हैं।
वहीं दूसरी चुनौती पर उन्होंने कहा कि मैं भाई भतीजावाद, परिवारवाद की बात करता हूं तो लोगों को लगता है मैं सिर्फ राजनीतिक क्षेत्र की बात कर रहा हूं। पीएम मोदी ने कहा कि दुर्भाग्य से राजनीति की इस बुराई ने भारत की सभी संस्थाओं में परिवारवाद को समर्थित कर दिया है। जो देश की प्रतिभा के लिए नुकसानदायक है।
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भाषण के दौरान पीएम मोदी ने देश को दिलाए 5 प्रण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर अपने भाषण के दौरान 5 प्रण लिए हैं। उन्होंने इन्हें अमृतकाल के 5 प्रण बताया है। जिसमें पहला प्रण है कि हमें बहुत बड़े संकल्प लेकर चलना होगा। वहीं दूसरा प्रण है कि हमारे मन में गुलामी का अगर एक अंश भी है तो उसे बचने नहीं देना है। तीसरा प्रण है कि हमें अपनी विरासत पर नाज होना चाहिए। चौथा प्रण है एकता और एकजुटता है। वहीं पांचवां प्रण है देशवासियों का कर्तव्य है।
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महिलाओं का सम्मान विकास का महत्वपूर्ण स्तंभ
पीएम ने अपने इस स्वतंत्रता दिवस भाषण में महिलाओं के विकास पर भी जोर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि देश के विकास के लिए महिलाओं का सम्मान जरूरी है, हमें अपनी ‘नारी शक्ति’ का समर्थन करने की जरूरत है। उन्होंने अपनी सबसे बड़ी पीड़ा बताते हुए कहा कि नारी का अपमान बंद हो। देश में हर हाल में नारी का सम्मान महत्वपूर्ण है। उन्होंने देश के विकास के लिए नारी का सम्मान एक महत्वपूर्ण स्तम्भ बताया है।
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