बेटे की स्किन प्रॉब्लम्स के वजह से शुरू किया बिजनेस, बना डाली करोड़ों की कंपनी।
- ग़ज़ल अलग ने साल 2016 में अपने पति वरुण अलघ के साथ मिलकर मामाअर्थ की सह-स्थापना की। मामाअर्थ भारत का पहला सौंदर्य ब्रांड है जो अपने प्रोडक्ट में जहरीले रसायन और सामग्री नहीं मिलाता है।
- गजल और वरुण दोनों के पास अपनी कंपनी खोलने के लिए इस क्षेत्र में अनुभव था। गजल ने 2010 में पंजाब यूनिवर्सिटी से इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी से बीसीए की डिग्री प्राप्त की थी।
- मामाअर्थ एक एफएमसीजी कंपनी है जो अपने प्रोडक्ट्स को डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर प्लेटफार्म के जरिए यानि कि फ्लिप्कार्ट और अमेजन के जैसे ऑनलाइन सेल करता है।
मामाअर्थ यह नाम आपने कई सारे यूट्यूबर या अपने आस पास के लोगों से सुना ही होगा। बहुत से यूट्यूबर आपको इसका विज्ञापन करते या इसका प्रमोशन करते दिखते होंगे। मामाअर्थ को मार्केट में आए हुए बहुत ज्यादा समय तो नहीं हुआ है, पर फिर भी अपने मार्केटिंग करने के तरीके की वजह से आज इसको हर कोई जानता है और इसे ज्यादातर खरीद भी रहा है। लेकिन क्या अपने कभी सोचा की मामाअर्थ का मालिक कौन है? मामाअर्थ की शुरुआत कैसे हुई? इसकी सफलता के पीछे क्या राज है? इन सभी प्रश्नों का जवाब आपको इस आर्टिकल में मिलेंगे।
ग़ज़ल अलग का जन्म 02 सितंबर 1988 को हरियाणा में हुआ था। वह पंजाब विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएट हैं पूरा, साल 2011 में ग़ज़ल ने वरुण अलघ से शादी की। उन दोनों का एक बेटे भी है, जिसका नाम अगस्त्य अलघ है। स्कूल ऑफ़ विज़ुअल आर्ट्स के समर इंटेंस स्टडी में ग़ज़ल ने दाखिला लिया और न्यूयॉर्क एकेडमी ऑफ़ आर्ट में आलंकारिक पेंटिंग में एक गहन पाठ्यक्रम पूरा किया। साथ में उन्होंने कॉर्पोरेट ट्रेनर के तौर पर दो साल तक एनआईआईटी लिमिटेड में काम भी किया।
ग़ज़ल अलग ने साल 2016 में अपने पति वरुण अलघ के साथ मिलकर मामाअर्थ की सह-स्थापना की। मामाअर्थ भारत का पहला सौंदर्य ब्रांड है जो अपने प्रोडक्ट में जहरीले रसायन और सामग्री नहीं मिलाता है।
गजल अलघ बचपन से ही बिजनेसवुमन बनने का सपना देखती थीं, उनके इस सपने को पूरा करने में उनके माता-पिता ने उनका पूरा साथ दिया। मामाअर्थ की शुरुआत उनकी कड़ी मेहनत और पति के समर्थन के वजह से हुई थी।
बेटे की स्किन प्रॉब्लम्स के वजह से हुई बिजनेस की शुरुआत
गजल अलघ और वरुण अलघ के बेटे अगस्त्य को जन्मजात स्किन कंडीशन एक्ज्मा की समस्या थी जिसके वजह से उसे टोक्सिन युक्त प्रोडक्ट्स से दूर रखना था। उनको समझ आया कि देश में बेबी केयर प्रोडक्ट्स में ऐसे कई टोक्सिन युक्त पदार्थ हैं जिसपर बहुत से दूसरे देशों में रोक लगी है। भारत में टोक्सिन मुक्त प्रोडक्ट्स की कमी के कारण उनको विदेश में रहने वाले दोस्तों से टोक्सिन मुक्त प्रोडक्ट्स मंगवाने पड़ते थे। और फिर यहीं से गजल के दिमाग में मामाअर्थ को शुरू करने का आइडिया आया। गजल को यह भी पता चला कि उनके और भी कई दोस्त हैं जो इसी परेशानी का शिकार हैं। उन्होंने अपने साथ-साथ दूसरी माताओं की परेशानी को समझते हुए गजल ने टोक्सिन मुक्त बेबी केयर प्रोडक्ट्स की शुरुआत करने का निर्णय किया है।
गजल और वरुण दोनों के पास अपनी कंपनी खोलने के लिए इस क्षेत्र में अनुभव था। गजल ने 2010 में पंजाब यूनिवर्सिटी से इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी से बीसीए की डिग्री प्राप्त की थी। न्यू यॉर्क यूनिवर्सिटी ऑफ आर्ट से इंटेंसिव कोर्स के साथ-साथ उनके पास आईटी सेक्टर में कॉर्पोरेट ट्रेनर का अनुभव था जिसके दौरान वे अलग-अलग कंपनियों के मैनेजर और सीईओ को ट्रेन करती थीं। वहीं, उनके पति वरुण भी हिंदुस्तान यूनिलीवर, इनफोसिस में काम कर चुके थे व कोका कोला में बतौर सीनियर ब्रांड मैनेजर कार्यरत थे। दोनों ने जून 2016 में होनासा कंज्यूमर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी शुरू की और दिसंबर तक 6 प्रोडक्ट्स के साथ मामाअर्थ की शुरुआत की। इन प्रोडक्ट्स में बेबी लोशन और क्रीम्स शामिल थे। मामाअर्थ पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स में एशिया का इकलौता ‘मेडसेफ’ सर्टिफाइड ब्रांड है। साथ ही, डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर पर्सनल केयर कैटेगरी में सबसे बड़ा ब्रांड बन चुका है।
मामाअर्थ की सफलता ने दिखाई नई राह
शुरूआती दौर में मामाअर्थ ने 6 प्रोडक्ट्स लांच किए थे लेकिन आज स्किन केयर, बेबी केयर और हेयर केयर को मिलाकर 140 से अधिक प्रोडक्ट्स मामाअर्थ ने लांच कर दिए हैं। मामाअर्थ के 500 से अधिक शहरों में 5 मिलियन ग्राहक हैं। मामाअर्थ की वेबसाइट के होने के साथ साथ अमेजोन, नाईका, फ्लिप्कार्ट और ऑफलाइन दुकानों में भी इसके प्रोडक्ट्स मौजूद हैं। साल 2017 में बॉलीवुड एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी इसकी ब्रांड अम्बेसडर बनीं और उन्होंने 1.6 करोड़ मामाअर्थ में इन्वेस्ट किया था। एक्ट्रेस शिल्पा का ऐसा मानना है कि टोक्सिन मुक्त प्रोडक्ट्स स्किन के लिए सबसे अच्छे होते हैं। मामाअर्थ की नेटवर्थ 2020 में 115 करोड़ रही है और अप्रैल 2021 में इसने करीब 700 करोड़ का लाभ कमाया है।
पिछले साल की बात करें तो गजल ने मामाअर्थ का सिस्टर ब्रांड द डर्मा को. लांच किया था। मामाअर्थ से अलग इस ब्रांड में नेचुरल इन्ग्रीडिएन्ट्स के जगह पर साइंस बेस्ड एक्टिव इन्ग्रीडिएन्ट्स के उत्पाद शामिल हैं। ये उत्पाद अलग प्रकार की स्किन प्रॉब्लम्स को सही करने के लिए हैं। फिलहाल डर्मा को. की रेंज में 40 के लगभग प्रोडक्ट्स हैं। भले ही मार्केट में ऐसे कितने भी प्रोडक्ट्स हों लेकिन डर्मा को. बहुत कम वक्त में सफलता की ओर बढ़ चुका है। इस दौर की महिलाएं भी इस प्रकार के प्रोडक्ट्स का ज्यादा मात्रा में प्रयोग कर रही हैं।
मामाअर्थ प्रोडक्ट्स कैसे बनाता है?
मामाअर्थ एक एफएमसीजी कंपनी है जो अपने प्रोडक्ट्स को डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर प्लेटफार्म के जरिए यानि कि फ्लिप्कार्ट और अमेजन के जैसे ऑनलाइन सेल करता है। ऑनलाइन के साथ साथ ये कंपनी अपने प्रोडक्ट्स को ऑफलाइन भी सेल करता है।
खास बात तो यह है की मामाअर्थ अपने प्रॉक्ट्स को खुद नहीं बनाता है, यह बस प्रोडक्ट को फॉर्मुलेट करता है और बाकी काम कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चर के द्वारा करवाया जाता है। ये सारे कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चर्स, मामाअर्थ ब्रांड की लाइसेंस के तहत उत्पाद बनाते हैं।
शार्क टैंक इंडिया में जज बनी ग़ज़ल अलघ
टीवी रियलिटी शो शार्क टैंक इंडिया में ग़ज़ल अलघ भी शामिल हुईं थी। ग़ज़ल इस शो की जजों में से एक हैं। सोमवार से शुक्रवार रात 9:00 बजे यह शो सोनी सेट इंडिया पर प्रसारित होता था। इस शो की विचार-धारा शार्क टैंक अमेरिका पर आधारित है। शार्क टैंक टीवी शो बिजनेस से संबंधित एक रियलिटी शो है।
मामाअर्थ के सह-संस्थापक ग़ज़ल अलघ
साल 2016 में ग़ज़ल और उनके पति वरुण ने एक बेबी केयर उत्पाद फर्म, मामाअर्थ की सह-स्थापना की। मामाअर्थ की शुरुआत डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर पर्सनल केयर ब्रांड के तौर पर की गई थी। यह सिर्फ 4-5 वर्षों में ही देश के सबसे तेजी से बढ़ते एफएमसीजी ब्रांडों में से एक बन गया है। पर्सनल केयर ब्रांड के तौर पर विकसित होने से पहले कंपनी ने बेबी केयर प्रोडक्ट्स के साथ शुरुआत की। साल 2019 में मामाअर्थ टर्नओवर 17.9 करोड़ था, जिसके साल 2020 में बढ़कर 112 करोड़ होने की उम्मीद है। साल 2025 तक यह कंपनी 27.5 अरब डॉलर तक पहुंच सकती है।
फिलहाल गजल अलघ और वरुण अलघ अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने पर ध्यान दे रहे हैं। वे दोनों पर्सनल केयर के क्षेत्र में मामाअर्थ को सबसे बड़ा ब्रांड बनाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। गजल अलघ ने बताया है कि शुरूआत में उनकी कोशिश कारोबार को 100 करोड़ तक ले जाने की थी और अब जब यह लक्ष्य पूरा हुआ तो उनका अगला प्रयास 1000 करोड़ का आंकड़ा पार करने का है।
Link Source: Wikipedia, Mamaearth.in