नौकरी छोड़ शुरू किया बिजनेस, 50 की उम्र में बनी देश की सबसे अमीर सेल्फ-मेड अरबपति महिला!
- एक अच्छे पोस्ट पर नोकरी करने के बाद भी फाल्गुनी खुश नहीं थी। वह अपना खुद का एक बिजनेस शुरु करना चाहती थीं।
- बॉलीवुड की कई नामचीन एक्टर इसकी ब्रांडिंग से जुड़ी हैं और विज्ञापनों के द्वार कंपनी के प्रोडक्ट्स को लोगों तक पहुंचाने का काम करते हैं।
- हुरुन रिसर्च इंस्टीट्यूट ने हुरुन रेचेस्ट सेल्फ वूमेन इन द वर्ल्ड 2022 की लिस्ट जारी की थी, जिसमें टॉप-10 सेल्फ मेड महिला अरबपति में से 8 चीन की रही थीं।
कौन कहता है कि महिलाएं सिर्फ घर की चारदीवारी में खाना बनाने और बच्चों को पाल-पोस कर बड़ा करने के लिए जन्म लेती हैं। यदि वे चाहें तो वह घर के साथ साथ कारोबार को भी बेहतरीन तरीके से संभाल सकती हैं। आज देश में ऐसे बहुत उदाहरण हैं, जहां महिलाएं आईटी कंपनी से लेकर फैशन और कॉस्मेटिक सेक्टर पर आज राज कर रही है।
क्या आपको ऐसा लगता है कि अपनी लाइफ में कुछ बड़ा करने के लिए आपको किसी खास उम्र की जरूरत होती है। और वह उम्र निकल जाने के बाद आप कुछ हासिल नहीं कर सकते। या फिर क्या आपको ऐसा लगता है कि जिसके पास बिजनेस में लगाने के लिए बहुत पैसा है, वही एक सफल इंटरप्रेन्योर बन सकता है। क्या आपने भी कभी किसी बिजनेस की शुरुआत की है, जो असफल न हो सकी हो। जिसके वजह से आप अपना पूरा आत्मविश्वास एक झटके में खो बैठे हो। यदि यह सब आपके साथ भी हुआ है, तो आपको इस महिला से जरुर सीखना चाहिए। जिसने जिंदगी के ऐसे मोड़ पर, अपना बिजनेस शुरू किया, जब ज्यादातर लोग रिटायरमेंट लेते हैं।
इस महिला ने न सिर्फ अपने बिजनेस की शुरुआत की, बल्कि पूरे देश में पहले से मौजूद, बहुत बड़ी-बड़ी कंपनियों को कड़ी मात भी दी। यह महिला नायका की फाउंडर और सीईओ फाल्गुनी नायर है।
फाल्गुनी नायर का प्रारम्भिक जीवन
फाल्गुनी नायर का जन्म 19 फ़रवरी 1963 को महाराष्ट्र राज्य के मुंबई शहर मे एक गुजराती परिवार हुआ था। उनके पिताजी की खुद की एक बियरिंग्स कंपनी थी। उन्होंने द न्यू एरा स्कूल से अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूर्ण की इंटरमीडिएट पूर्ण करने के बाद उन्होंने कॉमर्स स्ट्रीम में ग्रेजुएशन और फिर आईआईएम अहमदाबाद से मास्टर की डिग्री हासिल की। वहां से अपनी पढ़ाई पूर्ण करने के बाद मई 1987 में अपने साथ ही आईआईएम अहमदाबाद में पढ़े संजय नायर के साथ विवाह कर लिया। उनके बेटे का नाम अंचित नायर और बेटी का नाम अद्वेता नायर है।
फाल्गुनी नायर की पहली नौकरी
उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद लगभग 8 सालों तक एएफ फर्ग्यूसन एंड कंपनी में काम किया है। वो यहाँ पर एक कंसलटेंट के तौर पर काम करती थी। जिसके बाद उन्होंने कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी में निरंतर 18 साल तक काम किया। फाल्गुनी नायर ने इन्वेस्टमेंट बैंकर से लेकर कैपिटल इन्वेस्टमेंट, मैनेजिंग डायरेक्टर की पोस्ट तक काम किया है।
एक अच्छे पोस्ट पर नोकरी करने के बाद भी फाल्गुनी खुश नहीं थी। वह अपना खुद का एक बिजनेस शुरु करना चाहती थीं। उनका सपना था कुछ अलग करना और समाज में एक अलग पहचान बनाने का था। उन्होंने अपने इसी जोश के साथ 50 साल की उम्र में कंपनी छोड़ दी। नौकरी छोड़ने के बाद उन्होंने कुछ नया करने का ठान लिया। बिजनेस शुरु करने के लिए उनके पास पैसा तो नहीं था लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी।
नायका की शुरुआत?
साल 2012 में नायका की शुरुआत हुई थी। नायका को एक स्टार्टअप के रूप में शुरू किया था, जिसे फाल्गुनी नायर ने बहुत जल्द ही एक बड़ी कंपनी का रूप दे दिया। आज के दौर में यह भारत की सबसे बड़ी ब्यूटी रिटेलर कंपनियों में से एक है। पूरे देश में अलग-अलग आउटलेट के अलावा ऑनलाइन भी इसके प्रोडक्ट लोग खरीदना पसंद करते हैं।
बॉलीवुड की कई नामचीन एक्टर इसकी ब्रांडिंग से जुड़ी हैं और विज्ञापनों के द्वार कंपनी के प्रोडक्ट्स को लोगों तक पहुंचाने का काम करते हैं। नायका को बढ़ाने में उनके परिवार के लोग भी पूरी तरह साथ उनका देते हैं। फाल्गुनी का बेटा और बेटी उनके करोबार की अलग-अलग यूनिट को काम देखतें हैं और कंपनी को प्रमोट कर रहे हैं।
नायका क्या है ?
नायका एक ऐसा ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है। जो ब्यूटी और वेलनेस के प्रोडक्ट ऑनलाइन उपलब्ध करवाता है। यह सिर्फ खुद के ही नहीं बल्कि यह नामी ब्रांड जैसे लेक्मे, काया स्किन क्लिनिक, लॉरियल और इंटरनेशनल ब्रांड भी ऑनलाइन उपल्ब्ध करवाता है।
आज इस कंपनी के पास दो हजार से अधिक ब्यूटी ब्रांड्स और दो लाख से ज्यादा प्रोडक्ट्स है। साथ ही कई राज्यों में इसके 70 से अधिक ब्रांड स्टोर भी हैं। साल 2015 में नायका ने अपने इन हाउस ब्यूटी प्रोडक्ट्स लॉंच किये थे। इसके बाद स्किन केयर और पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स लॉन्च किए।
कैसे आया इस बिजनेस का आइडिया?
मल्टी-ब्रैंड ब्यूटी प्रोडक्ट स्टोर्स का दौरा करते हुए फाल्गुनी नायर को नायका की शुरुआत करने का विचार आया। वह खुद ब्यूटी प्रोडक्ट्स की नियमित उपभोक्ता नहीं थीं। लेकिन फिर भी उन्हें सैकड़ों डॉलर सिर्फ ब्रांड के नाम पर खर्च करने पड़ जाते थे। उनका ऐसा मानना था कि कोई ऐसा सिंगल स्टोर नहीं था जहां सबकुछ मिल जाए। फिर फाल्गुनी ने ऐसा ही स्टोर बनाने का सोचा जहां सब मिल जाए।
कैसे खड़ा किया अरबों का साम्राज्य?
फाल्गुनी नायर ने उस फील्ड में अपने बिजनेस की शुरुआत की, जहां पहले से ही भारत और विदेश के बड़े-बड़े ब्रांड के बीच भारी टक्कर थी। हर किसी से हट के और नया करने का जज़्बा लिए वह आगे बढ़ती गईं। नायका की तरक्की का अनुमान आप इस बात से ही लगा सकते हैं कि अपने आस-पास किसी भी ब्यूटी और वेलनेस प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करने वाले इंसान से नायका का नाम लें तो वे उसे अवश्य जानते होंगे। करीब 5 साल पहले उनके ब्यूटी और वेलनेस प्रोडक्ट्स में नायका शामिल भी नहीं था। मार्च 2020 में नायका ने 100 करोड़ रुपए का फंड स्टीडव्यू कैपिटल से लिया था। साथ ही नायका एक यूनिकॉर्न स्टार्टअप हो गया था जिसकी वैल्यू 85 अरब आई थी।
फाल्गुनी की कामयाबी की कहानी
इस कंपनी की आधी हिस्सेदारी फाल्गुनी नायर के पास है। शेयरों में शानदार बढ़त के साथ ही फाल्गुनी नायर की नेटवर्थ 7.6 बिलियन डॉलर पर पहुंच गई है। एफएसएन ई-कॉमर्स वेंचर्स, नायका की पैरेंट कंपनी है और यह स्टॉक एक्सचेंज में प्रवेश करने वाली देश की सबसे पहली महिला-लीडरशिप वाली कंपनी है।
साल 2012 में उन्होंने इस कंपनी को स्थापित किया। 1600 से ज्यादा लोगों की टीम की लीडरशिप करते हुए उन्होंने एक ब्यूटी और वैलनेस रिटेल एम्पायर नायका का निर्माण किया है, जो देशभर में अपने निजी लेबल सहित 1500 प्लस ब्रांडों के पोर्टफोलियो के साथ भारत के अग्रणी ब्यूटी रिटेलर के रूप में उभरकर आया है।
विश्व की 10वीं सेल्फ मेड अरबपति महिला
हुरुन रिसर्च इंस्टीट्यूट ने हुरुन रेचेस्ट सेल्फ वूमेन इन द वर्ल्ड 2022 की लिस्ट जारी की थी, जिसमें टॉप-10 सेल्फ मेड महिला अरबपति में से 8 चीन की रही थीं। भारत की फाल्गुनी नायर 7.6 बिलियन डॉलर की प्रॉपर्टी के साथ विश्व की 10वीं ऐसी महिला हैं, जो अपने बलबूते पर अरबपति बनी हैं।
हर महिला के लिए इंस्पिरेशन हैं फाल्गुनी
फाल्गुनी नायर बिजनेस दो बच्चों की मां हैं। फाल्गुनी का ऐसा मानना है कि महिलाओं को इस गलतफहमी से बाहर निकलना चाहिए कि यदि वो काम करेंगी तो उनकी निजी जिंदगी प्रभावित होगी। उन्होंने बहुत बार अपने इंटरव्यू में इसका जिक्र करते हुए बताया है कि मेरा मानना है कि यदि एक औरत बुलंद इरादों के साथ कुछ पाने को अपना मन बना ले, तो वह उसे हर हाल में पूरा करके रहती है। उनका कहना है कि हम किसी भी मुकाम पर पहुंच जाए फिर भी मीलों का सफर बाकी ही रहता है।
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