मंगल ग्रह से धरती पर आया रहस्यमयी बच्चा, क्या टाइम ट्रैवल की घटना है सच?
कुछ साल पहले एक युवा रूसी लड़के ने दावा किया था कि वह मंगल ग्रह से है। उसके इस दावे ने उस वक्त दुनिया भर के हर वैज्ञानिक को चौंका दिया था। दावा करने वाले रूसी लड़के का नाम है- बोरिस्का किप्रियानोविच। जिसकी उम्र आज 26 साल हो गई है। दावा करने वाला यह लड़का रूस के वोल्गोग्राड में रहता है। उस लड़के ने दावा किया कि उसका पृथ्वी पर पुनर्जन्म हुआ है और वह मानव जाति को बचाने के एक मिशन के तहत मंगल ग्रह से आया है।
बोरिस्का किप्रियानोविच करता है मंगल ग्रह से होने का दावा
बोरिस्का किप्रियानोविच का जन्म साल 1996 में हुआ था। दुनिया उसे कथित तौर पर मंगल ग्रह का प्रतिभाशाली लड़का मानती है। उसकी मां एक डॉक्टर है। उनका दावा है कि उन्हें हमेशा यह महसूस होता था कि बोरिस्का में कुछ तो खास है। बोरिस्का किप्रियानोविच की मां ने एक इंटरव्यू में दावा किया कि बोरिस्का पैदा होने के कुछ महीने बाद ही बोलने लगा था।
यही नहीं, बोरिस्का ने डेढ़ साल की उम्र तक पढ़ना-लिखना और पेंटिंग करना सीख लिया था। बोरिस्का जब दो साल का था उस वक्त वह किंडरगार्टन में था। उस दौरान उसके टीचर बोरिस्का के राइटिंग स्किल और भाषा सीखने के स्किल को लेकर हैरत में पड़ गए थे। 2017 में एक मीडिया पोर्टल को दिए गए साक्षात्कार में, बोरिस्का के किंडरगार्टन टीचर्स में से एक ने खुलासा किया कि उसके पास याद रखने का कमाल का स्किल है।
मंगल ग्रह के बारे में घंटों बात करता है बोरिस्का किप्रियानोविच
बोरिस्का किप्रियानोविच मंगल ग्रह के बारे में इतनी बातें कैसे जानता है, इस सवाल के जवाब में उसके माता-पिता ने दावा किया कि उन्होंने कभी अपने बेटे को स्पेस के बारे में कुछ भी नहीं सिखाया है। बावजूद इसके, बोरिस्का कई बार अपने माता-पिता के साथ बैठकर घंटों तक मंगल ग्रह के बारे में बातें करता था। जैसे-जैसे स्पेस और खासकर मंगल ग्रह के बारे में उसकी रूचि बढ़ती गई, वैसे-वैसे बोरिस्का ने दावे करने शुरू कर दिए कि वह मंगल ग्रह से है। एक मीडिया पोर्टल की रिपोर्ट की माने तो, मंगल ग्रह के बारे में उसे ऐसी जानकारियां मालूम हैं जो किसी आम व्यक्ति को मालूम नहीं हो सकती हैं।
मंगल ग्रह की जाति के बारे में बोरिसका किप्रियानोविच के दावे
बोरिस्का किप्रियानोविच का दावा है कि उन्हें मंगल ग्रह की जाति द्वारा मनुष्यों को परमाणु युद्ध के आगे घुटने टेकने और उनकी जाति को नष्ट करने से बचाने के लिए भेजा गया है। उनका दावा है कि उनकी अपनी जाति, जो कि मंगल की जाति है, हजारों साल पहले परमाणु युद्ध के कारण लगभग समाप्त हो गई थी। बोरिस्का ने चेतावनी दी कि अगर मनुष्य परमाणु ऊर्जा संघर्ष के बारे में कुछ नहीं करते तो उनके साथ भी वही होगा जो मंगल ग्रह के लोगों के साथ हुआ था।
मंगल ग्रह पर है बोरिस्का जैसे कई और भी बच्चे
बोरिस्का किप्रियानोविच ने दावा किया कि वह मंगल ग्रह पर अकेला बच्चा नहीं है। उसके जैसे कई और बच्चे हैं जिन्हें स्पेस में ऐसे ही मिशन पर भेजा गया है। ये बच्चे मार्टियन रेस के पुनर्जन्म हैं और इन्हें “इंडिगो चिल्ड्रन” कहा जाता है। बोरिस्का के मुताबिक, मंगल ग्रह पर कुछ और लोग हैं जो परमाणु युद्ध से बचने में कामयाब रहे और अभी-भी उस ग्रह पर रह रहे हैं।
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मंगल पर अमर होते हैं लोग, 35 साल के बाद नहीं बढ़ती उम्र
एक चौंकाने वाले दावे में लड़के ने कहा है कि कई मंगल ग्रह पर रहने वाले लोग अमर होते हैं और 35 साल के बाद उनकी उम्र बढ़ना बंद हो जाती है। बोरिस्का के मुताबिक, मंगल ग्रह के निवासी बेहद लंबे होते हैं, उनकी हाइट 7 फिट तक होती है। साथ ही वे लोग एक ग्रह से दूसरे ग्रह तक यात्रा करने में सक्षम होते हैं। बोरिस्का बताता है कि उसे अच्छी तरह याद है कि उसकी मौत पिछले जन्म में मंगल ग्रह पर हुए एक युद्ध में हुई थी। वह अक्सर अपने दोस्तों के साथ हवाई हमले में भाग लेता था। पृथ्वी पर यह उसका पुर्नजन्म है। उस लड़के ने आगे कहा कि इजिप्ट में बना Sphinx of Giza जब खुलेगा तो दुनिया की तकदीर बदल जाएगी।
बोरिस्का है जीनियस, 200 आईक्यू के दावे
मीडिया पोर्टल्स की कुछ रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि बोरिस्का भी 200 आईक्यू वाला लड़का है। हालांकि, इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। बोरिस्का किप्रियानोविच के दावों के अनुसार, मंगल ग्रह के लोग समय और स्थान में यात्रा कर सकते हैं और अंतरिक्ष यान में उड़ सकते हैं। उन्होंने यह भी दावा किया है कि मंगल ग्रह के अंतरिक्ष यान बहुत जटिल हैं। आखिर बोरिस्का की बात में कितनी सच्चाई है, ये आज भी वैज्ञानिकों के लिए एक सवाल है; जिसका उनके पास कोई ठोस प्रमाण नहीं है।
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